माइग्रेन सिरदर्द से कैसे बच सकते है डॉक्टर की शानदार सलाह

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माइग्रेन से बचाव के लिए आहार और जीवनशैली कारकों को समायोजित करके, या पोषक तत्वों की खुराक लेकर रोका जा सकता है और साथ ही दवाएं भी उपलब्ध हैं। माइग्रेन एक तंत्रिका संबंधी विकार है जो अन्य लक्षणों के अलावा दर्दनाक सिरदर्द का कारण बनता है। इनमें शामिल हो सकते हैं:

➦प्रकाश या ध्वनि के प्रति Sensitive होना 

➦जी मिचलाना

➦उल्टी करना

माइग्रेन से बचने का सबसे अच्छा तरीका हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। कभी-कभी किसी व्यक्ति को सुधार प्राप्त करने के लिए कई तरीकों को आज़माने की आवश्यकता हो सकती है।

यह Post माइग्रेन सिरदर्द से कैसे बच सकते है डॉक्टर की शानदार सलाह के बारे में बताता है। तो चलिए शुरु करते है 

माइग्रेन का कोई स्थायी इलाज नहीं है। हालाँकि, निवारक तकनीकें हमलों की गंभीरता और आवृत्ति को कम करने में मदद कर सकती हैं।


माइग्रेन को रोकने के कुछ सलाह यह हैं:

➦माइग्रेन डायरी रखें

➦ट्रिगर्स से बचने के लिए अपना आहार और जीवनशैली बदलें

➦मैग्नीशियम जैसे पूरकों का प्रयास करें

➦दवा का प्रयास करें

➦पूरक उपचारों का प्रयास करें

माइग्रेन डायरी रखें:

बहुत से लोग मानते हैं कि कुछ गंध, भोजन, व्यवहार या आदतें माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं। इन ट्रिगर्स को पहचानने और जब संभव हो तो उनसे बचने से कुछ लोगों को अपने लक्षणों में काफी सुधार करने में मदद मिल सकती है।

⃗सामान्य माइग्रेन ट्रिगर के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:

⃗बहुत अधिक या बहुत कम नींद

⃗भूख

⃗तेज़ गंध

⃗चमकदार रोशनी

⃗निर्जलीकरण

⃗कुछ खाद्य पदार्थ या पेय, जैसे: उदाहरण के लिए, कैफीन

⃗तनाव या प्रबल भावनाएँ

⃗हार्मोनल उतार-चढ़ाव

माइग्रेन डायरी रखने से ट्रिगर्स की पहचान करने में मदद मिल सकती है। माइग्रेन डायरी में लोग अपने साथ होने वाली हर बात, साथ ही उस दिन घटी कोई भी महत्वपूर्ण घटना लिखते हैं।


माइग्रेन डायरी कैसे बनाएं:

अपने माइग्रेन एपिसोड की रिकॉर्डिंग शुरू करने के लिए, आसानी से पहुंच योग्य स्थान चुनें, जैसे कोई पत्रिका।

प्रत्येक माइग्रेन एपिसोड की तारीख और समय लिखें।

अपने लक्षणों, उनकी गंभीरता और उन कारकों को शामिल करें जो आपके लक्षणों को सुधार या खराब कर सकते हैं।

ऐसी जानकारी रिकॉर्ड करें जो ट्रिगर्स की पहचान करने में मदद कर सकती है, जैसे: बी. भोजन और पेय का सेवन, ऊर्जा स्तर और सामान्य मनोदशा।

मासिक धर्म वाले व्यक्तियों को इस बात पर भी ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है कि उनके मासिक धर्म चक्र के दौरान लक्षण कब दिखाई देते हैं।

समय के साथ, एक डायरी रखने से आपको उन दिनों के बीच के पैटर्न को नोटिस करने में मदद मिल सकती है जब आप माइग्रेन का अनुभव करते हैं और विशिष्ट ट्रिगर को इंगित करते हैं। फिर आप आवश्यकतानुसार अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव कर सकते हैं।

माइग्रेन डायरी न केवल ट्रिगर्स की पहचान करने में मदद करती है, बल्कि आपके डॉक्टर को यह निर्धारित करने में भी मदद करती है कि नए उपचार काम कर रहे हैं या नहीं।


ट्रिगर्स से बचें:

एक बार जब कोई समझ जाता है कि उनके माइग्रेन के हमलों में क्या योगदान हो सकता है, तो वे ट्रिगर्स से बचने के लिए बदलाव करना शुरू कर सकते हैं।

ट्रिगर्स से बचना हमेशा संभव नहीं होता है, इसलिए किसी व्यक्ति के नियंत्रण में क्या है उस पर ध्यान केंद्रित करना मददगार हो सकता है। परिवर्तनों के कुछ उदाहरण जो व्यक्ति के आधार पर सहायक हो सकते हैं उनमें शामिल हैं:

⃗भूख से बचने के लिए नियमित रूप से खाएं

⃗हाइड्रेटेड रहें, खासकर व्यायाम के दौरान या बाद में।

⃗अधिक सोने या कम सोने से बचने के लिए नियमित नींद का शेड्यूल बनाए रखें।

⃗कैफीन और अल्कोहल को सीमित करें या उससे बचें

⃗तनाव को कम करने और प्रबंधित करने के लिए कदम उठाएं, काम करते समय नियमित ब्रेक लें।

अधिक विशिष्ट परिवर्तनों के कुछ उदाहरण जो लोगों को विशिष्ट ट्रिगर की पहचान करने में मदद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:

⃗कुछ खाद्य पदार्थों या पूरकों से परहेज करना

⃗तेज़ या चमकती रोशनी से बचें

⃗तीव्र शारीरिक गतिविधि से बचें

⃗यदि एक से अधिक भोजन आपके माइग्रेन को ट्रिगर करता है, तो अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श लें 


सप्लीमेंट:

कुछ शोध बताते हैं कि कुछ पोषक तत्व और हर्बल सप्लीमेंट माइग्रेन के खतरे को कम कर सकते हैं।

सावधान रहें कि सप्लीमेंट अन्य दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकते हैं और दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं। कोई भी आहार अनुपूरक लेने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श लें, खासकर यदि आप अन्य दवाएं भी ले रहे हैं।

अगले भाग में, हम कुछ पूरकों पर करीब से नज़र डालेंगे जिन्हें आपको आज़माना चाहिए।

मैगनीशियम

2020 के एक अध्ययन के अनुसार, कम मैग्नीशियम का स्तर माइग्रेन के उच्च जोखिम से जुड़ा है। इसके अतिरिक्त, 2018 की एक व्यवस्थित समीक्षा में पाया गया कि मैग्नीशियम माइग्रेन की रोकथाम में प्रभावी हो सकता है।

मैग्नीशियम न्यूरॉन्स के बीच विद्युत संकेतों को संचारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो बता सकता है कि कम मैग्नीशियम का स्तर माइग्रेन की संभावना को क्यों बढ़ाता है।

2018 की समीक्षा में तीव्र माइग्रेन की रोकथाम के लिए 600 मिलीग्राम (मिलीग्राम) मैग्नीशियम साइट्रेट की खुराक का सुझाव दिया गया है। मैग्नीशियम के स्तर को नियंत्रित करने में मदद के लिए लोग कम दैनिक खुराक भी ले सकते हैं।

लोगों को प्रतिदिन आवश्यक मैग्नीशियम की मात्रा उम्र और लिंग के आधार पर भिन्न होती है। अधिकांश वयस्कों के लिए, यह मात्रा लगभग 310-420 मिलीग्राम है।

विटामिन बी 2

कुछ छोटे अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन बी2, या राइबोफ्लेविन, माइग्रेन की आवृत्ति को कम करने में मदद कर सकता है।

2022 के एक अध्ययन में पाया गया कि तीन महीने तक प्रतिदिन 400 मिलीग्राम विटामिन बी2 लेने से माइग्रेन के हमलों की आवृत्ति और गंभीरता कम हो गई।

अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या विटामिन बी2 को अन्य उपचारों के साथ मिलाना आपके लिए एक विकल्प है।

कोएंजाइम Q10

नए शोध से पता चलता है कि कोएंजाइम Q10 (CoQ10) माइग्रेन एपिसोड की आवृत्ति या लंबाई को कम कर सकता है।

पांच अध्ययनों के 2019 मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि CoQ10 ने प्लेसबो की तुलना में बेहतर परिणाम दिए।

दवा:

जो लोग बार-बार माइग्रेन से पीड़ित होते हैं उन्हें दवा की आवश्यकता हो सकती है।

ट्रिप्टान माइग्रेन की सबसे लोकप्रिय दवाओं में से एक है। ये दवाएं माइग्रेन के खिलाफ विशेष रूप से प्रभावी हैं। ट्रिप्टान माइग्रेन को रोक नहीं सकते हैं, लेकिन एक बार शुरू होने पर वे लक्षणों को बदतर होने से रोक सकते हैं।

दवाएं जो माइग्रेन को होने से रोक सकती हैं उनमें शामिल हैं:

⃗Calcitonin gene-related peptide antagonists, including erenumab

⃗antihypertensive medications such as calcium channel blockers or beta blocker

⃗Anticonvulsants such as topiramate.

⃗Antidepressants such as amitriptyline or venlafaxine.

⃗Botox, which doctors may inject once every three months for chronic migraine

जो लोग मुख्य रूप से हार्मोनल परिवर्तन या मासिक धर्म माइग्रेन के कारण होने वाले माइग्रेन से पीड़ित हैं, उन्हें हार्मोनल दवाओं से लाभ हो सकता है। इसमें जन्म नियंत्रण गोलियाँ या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी शामिल हो सकती है।

अन्य उपचार:

कई अन्य उपचार माइग्रेन की घटनाओं की नियमितता को कम करने में मदद कर सकते हैं।

एक्यूपंक्चर

2020 के एक लेख में बताया गया है कि एक्यूपंक्चर कुछ लोगों में माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। हालाँकि, माइग्रेन को रोकने में इसकी भूमिका पर अधिक शोध आवश्यक है।


बायोफीडबैक

बायोफीडबैक लोगों को उनके शारीरिक कार्यों के बारे में जागरूक होने में मदद करता है ताकि वे उन्हें नियंत्रित या विनियमित करना सीख सकें।

2017 की समीक्षा के अनुसार, एक अध्ययन से पता चला है कि बायोफीडबैक से गुजरने वाले 62% प्रतिभागियों ने अपने माइग्रेन के लक्षणों में आंशिक या पूर्ण सुधार का अनुभव किया। प्रतिभागियों के पास औसतन 6 महीनों में 40 बायोफीडबैक सत्र थे। उनमें से केवल 16% ने कोई सुधार नहीं देखा।

तंत्रिका मॉड्यूलेशन

न्यूरोमॉड्यूलेशन एक थेरेपी है जो तंत्रिकाओं को उत्तेजित करने के लिए कमजोर विद्युत दालों या चुंबकों का उपयोग करती है। डॉक्टरों का मानना ​​है कि यह माइग्रेन से जुड़ी मस्तिष्क गतिविधि को रोककर और दर्द निवारक रसायनों को जारी करके काम कर सकता है।

न्यूरोमॉड्यूलेशन जो माइग्रेन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं उनमें शामिल हैं:

⃗गैर-आक्रामक मल्टी-चैनल न्यूरोमॉड्यूलेशन प्रणाली

⃗एकल-पल्स ट्रांसक्रानियल चुंबकीय उत्तेजना

⃗परक्यूटेनियस सुप्राऑर्बिटल तंत्रिका उत्तेजक

⃗त्वचा के माध्यम से वेगस तंत्रिका की गैर-आक्रामक उत्तेजना

👀माइग्रेन सिरदर्द के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

👉माइग्रेन/सिरदर्द की सबसे अच्छी रोकथाम क्या है?

माइग्रेन को रोकने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे अच्छा उपचार हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है। आपका डॉक्टर उत्तेजक पदार्थों से बचने, पूरक आहार लेने या दवाएँ आज़माने की सलाह दे सकता है।

👉माइग्रेन/सिरदर्द को प्राकृतिक रूप से कैसे रोकें?

माइग्रेन को रोकने का एक प्राकृतिक तरीका अपना आहार बदलना हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कैफीन और अल्कोहल माइग्रेन का कारण बनते हैं, तो उनसे परहेज करने से माइग्रेन को रोकने में मदद मिल सकती है। हाइड्रेटेड रहना, पर्याप्त नींद लेना, तेज़ रोशनी से बचना और तनाव को प्रबंधित करने से भी मदद मिल सकती है।

👉क्या इलेक्ट्रोलाइट्स माइग्रेन/सिरदर्द को रोकते हैं?

माइग्रेन फाउंडेशन ऑफ अमेरिका के अनुसार, माइग्रेन से पीड़ित कई लोगों को अपने इलेक्ट्रोलाइट्स को पूरक करने की आवश्यकता होती है। आपका डॉक्टर आपको सलाह दे सकता है कि इसे रोकने के लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति कैसे करें।

overthinking को कैसे स्टॉप करे:Doctor's की सलाह

अगर हमें पता ही नहीं होगा कि Overthinking डेवलप कैसे हो रही है जब हमे Develop के बारे मै पता होगा तभी तो स्टॉप करने के बारे मै अच्छे से जान पाएंगे तो उसे रोक पाएंगे-

तो हम पहले बात करेंगे कि अवरथिंकिंग Develop  होती कैसे हैं -इसीलिए हम overthinking स्टॉप करने के लिए तीन स्टेप की बात करेंगे -

पहले तो यह में Important बात है आजकल की हमारी Daily लाइफ में हम जानते हैं कि किसी न किसी बात का हमें Tension Stress आते ही रहते हैं और इन्हीं टेंशन स्ट्रेस की वजह से जो हमारी बॉडी की फिजियोलॉजिकल फंक्शन पर क्या इफ़ेक्ट पड़ता है इसके बारे में हमने पहले बात की हुई है पर हमारे लिए आज इंपॉर्टेंट बात यह है कि उन सब की वजह सेह हमारी बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है और अगर स्ट्रेस हार्मोन बढ़ेगा तो उसे हमारी बॉडी की फिजियोलॉजी फंक्शन बिगड़ जाएगी और उसकी वजह से हम खुशियां ढूंढने के लिए मनचाही इमेजिनरी सोच सोचने लग जाते हैं और उन्हीं चीजों को सोचने की वजह से हमारी अवरथिंकिंग डेवलप हो जाती है क्योंकि हमें उससे अब थोड़ा बहुत आनंद मिलने लग गया इस आनंद के वजह से हम वह चीज बार-बार करने लग जाते हैं क्योंकि किसी चीज का हम पर बार-बार stress और टेंशन पड़ता है और थोड़ा उससे बचकर की कैसे हम आनंद महसूस करें उसके लिए हम Overthinking करना Start कर देते हैं और धीरे-धीरे यह चीज आपकी आदत बन जाती है और आदत से यह कब आपके लिए एक बीमारी की तरह बन जाती है आपको पता भी नहीं चलता 


और यह ओवरथिंकिंग आपको सबसे ज्यादा विद्यार्थी जीवन में देखने को मिलेगी क्योंकि आज के इस कंपटीशन के दौर में बच्चों को Success जल्दी चाहिए और उसे Success को पाने के लिए वह बहुत मेहनत करते हैं और वह अगर उनके हाथ नहीं लगती है तो टेंशन Stress में चले जाते हैं और इस टेंशन स्ट्रेस के वजह से वह Overthinking में चले जाते हैं और इसकी वजह से बहुत सारे बच्चे डिप्रेशन का भी शिकार हो जाते हैं

और आपको यह पता है कि आप Overthinking कर रहे हो उससे बचने के लिए आप प्रयास भी करते हो ऐसी बात नहीं है आपने Overthinking से बचने के लिए बहुत सारे प्रयास किए होंगे उन प्रयासों के बावजूद भी आप Overthinking पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हो तो आज हम इस बारे में बात करेंगे कि आप इन सब के बावजूद क्यों ओवरथिंग पर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हो और उसे पर कैसे कंट्रोल करूं

इसीलिए हम overthinking स्टॉप करने के लिए तीन स्टेप की बात करेंगे -



1- टेंशन और स्ट्रेस का रीजन


तो टेंशन और स्ट्रेस का रीजन हमें ढूंढना होगा क्योंकि हमें पता है कि Overthinking कैसे डेवलप होती है क्योंकि अभी-अभी अपने ऊपर पढ़ा है अगर आप विद्यार्थी जीवन में होतो आपको इस टेंशन और स्ट्रेस को बढ़ाने से रोकने के लिए आपको अपना जो काम है पढ़ाई का उसको टाइम टू टाइम करना चाहिए जो काम हमने जो शेड्यूल बनाया है जो प्लान बनाया है उसको अच्छे से Complete कीजिए अगर फिर भी आप उसको समय पर नहीं कंप्लीट कर पा रहे हो तो भी हताश न हुई क्योंकि आपने कोशिश तो की है और इस कोशिश करने के बावजूद अगर आप उसे प्लान को कंप्लीट नहीं कर पा रहे हो और अगर आप टेंशन Stress लोगे  तो वह प्लान कंप्लीट होगा नहीं तो इससे बचने के लिए आप 10 Second का डीप ब्रेथ लोऔर गहरी सोच के बाद सोचो कि अब मुझे आगे क्या करना है और फ्री माइंड ही मुझे आगे काम करना है ताकि वहां पर वह Overthinking ना बने , 


अगर आप एक बिजनेस में या रिस्पांसिबिलिटी वाले पर्सन हो तो आपके लिए Overthinking तो एक नॉर्मल सी बात हो जाएगी तो आपको इस और Overthinking से बचने के लिए आपको ऐसे काम करने होंगे जिससे कि आप इसे बच सके जैसे कि Stress और Tension से बचने के लिए आप ऐसे तरीके ढूंढे की जैसे ही टेंशन स्ट्रेस आपके पास आए आप ऐसी आदत बनाओ  कि आप अगर वह करोगे तो इससे आप स्ट्रेंस और टेंशन के बारे में सोचोगे नहीं कुछ भी आप एक्सरसाइज हो सकते हो या गेम खेल सकते हो या कुछ ऐसा जिससे आप उस से  Distract हो जाए क्योंकि इससे क्या होगा कि आपका Mind वापस से ओपनली सोच पाएगा कि हमें आगे क्या करना है



2- फिट बॉडी


आपको यह बात तो पता होगी ही की एक मशीन अच्छे से काम कैसे कर पाती है वह अच्छे से काम तभी कर पाती जब उसके सारे फंक्शन और पाठ अच्छे से चल रहे हो तभी वह अच्छी प्रोडक्टिविटी दे पाती है और लंबे समय तक चलती है उसी तरीके से हमारी बॉडी के लिए हैं अगर हमारी बॉडी के सारे फंक्शन अच्छे से काम करेंगे तो हमारा Mind भी अच्छे से काम करेगा और हमारे लिए जो Stress और Tension जो Overthinking का कारण है उसको भी आसानी से रिलीज कर सकते हैं तो आपको एक फिट बॉडी बनाने के लिए आप योगा कर सकते हो Gym जा सकते हो या मेडिटेशन कर सकते हो या बहुत सारे तरीके हैं जिससे आप बॉडी को फिट कर सकते हो इसलिएपूरे इसलिए पूरे 24 घंटे में से आप कुछ समय तो आपकी बॉडी को दे ही सकते हो साथी आप कुछ एरोबिक एक्सरसाइज भी कर सकते हो या फिर कुछ हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी कर सकते हो अगर आपकी Age ज्यादा है और यह तो मन कर चलो अगर आपकी बॉडी फिट रहेगी तो आपके लिए 100 परसेंट प्रोडक्टिविटी निकाल कर देगी इसलिए निरोगी काया का सुखी मन के साथ कनेक्शन होता है यह तो आपने सुना ही होगा इसलिए यह वाली स्टेप तो आपको कंप्लीट करनी ही होगी क्योंकि आपने पहले ही ओवर थिंकिंग से बचने के लिए काफी प्रयास कर चुके हो यह ऐसा प्रयास है जो समय भी मांगता है और समय  के साथ-साथ आपका डेडीकेशन भी मांगता है इसलिए प्रयास कीजिए कि आप अपने समय में से कुछ समय तो निकालो जिम के लिए या योग के लिए या मेडिटेशन के लिए 



3- छोटा प्लान/ small Plan


आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी की बूंद बूंद से घड़ा भरता है उस कहावत का मतलब आप अलग तरीके से भी निकाल सकते हो कि अगर आप छोटे-छोटे प्लान बनाओगे तो उनके चांसेस ज्यादा है कंप्लीट होने के मुकाबले बड़े प्लांस के और हम जानते हैं अगर बड़े प्लांस कंप्लीट नहीं होते तो हमें Stress और Overthinking हो जाती है पर अगर वही छोटे-छोटे प्लान कंप्लीट होंगे तो हमें स्ट्रास और टेंशन साथ ही Overthinking नहीं होगी और एक पॉजिटिविटी और एक मोटिवेशन मिलेगा और इसी के साथ हमें सफलता मिलने के चांस भी बढ़ जाएंगे इसलिए छोटे-छोटे प्लान आपको एक Perfect बना सकते हैं और साथ हीआप छोटे-छोटे स्टीकर बना सकते हो जिसमें आपका Day wise का शेड्यूल हो इस आपको पता हो कि हमें करना क्या है क्योंकि अगर आपको पता है क्या करना है तो आप Overthinking करने का प्रयास करोगे ही नहीं क्योंकि आपको पता है क्या करना है


How to Overcome Negative Thoughts:नकारात्मक सोच पर कैसे काबू पाएं

 संदेह से विश्वास तक: एक पूर्ण जीवन के लिए नकारात्मक सोच पर विजय प्राप्त करना-



आज की तेज़-तर्रार दुनिया में सकारात्मक मानसिकता बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। तनावों और अनिश्चितताओं की निरंतर बाढ़ के साथ, नकारात्मक विचार अक्सर घर कर आते हैं,नकारात्मक सोच हमारे मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए हानिकारक हो सकती है। यह हमारी प्रगति में बाधा डाल सकता है, हमारे आत्म-सम्मान को कम कर सकता है और हमें अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने से रोक सकता है। हालाँकि,  with the right strategies and mindset shifts,  नकारात्मक सोच पर काबू पाना और जीवन के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना संभव है। इस Guide में, हम विभिन्न तकनीकों और प्रथाओं का पता लगाएंगे जो आपको नकारात्मक सोच से बचने और सकारात्मकता अपनाने में मदद कर सकती हैं।

Understanding Negative Thoughts

नकारात्मक सोच से कैसे निपटें, इस पर विचार करने से पहले, इसके मूल कारणों को समझना आवश्यक है। नकारात्मक सोच विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न हो सकती है, जिसमें पिछले अनुभव, आत्म-संदेह, विफलता का डर और मीडिया या सामाजिक दबाव जैसे बाहरी प्रभाव शामिल हैं। ये विचार आत्म-आलोचना, निराशावाद या निराशा की सामान्य भावना के रूप में प्रकट हो सकते हैं।

How to Overcome Negative Thinking:नकारात्मक सोच पर कैसे काबू पाएं नकारात्मक सोच को हमेशा के लिए दूर कर दे Crushing Negative Thinking with Confidence

Recognizing Negative Thought Patterns

नकारात्मक सोच पर काबू पाने के लिए पहला कदम हमारे दिमाग में नकारात्मकता के पैटर्न को पहचानना और स्वीकार करना है(is to recognize and acknowledge)| इसके लिए बिना किसी निर्णय के अपने विचारों का निरीक्षण करने के लिए आत्म-जागरूकता और सचेतनता की आवश्यकता होती है। आवर्ती नकारात्मक विचार पैटर्न की पहचान करके, हम उन्हें चुनौती देना शुरू कर सकते हैं और उन्हें अधिक सकारात्मक और सशक्त विश्वासों में बदल सकते हैं।

Cultivating Self-Compassion

नकारात्मक सोच से निपटने में आत्म-करुणा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आत्म-आलोचनात्मक होने के बजाय, विशेष रूप से कठिन समय के दौरान, अपने आप से दयालुता और समझदारी का व्यवहार करके आत्म-करुणा का अभ्यास करें। याद रखें कि हर कोई गलतियाँ करता है और असफलताओं का अनुभव करता है - यह मायने रखता है कि हम उन पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।

Practicing Gratitude

Gratitude is a powerful antidote to negativity. Take time each day to reflect on the things you're grateful for, whether big or small. Keeping a gratitude journal can help cultivate a positive mindset by shifting your focus from what's lacking to what's abundant in your life.


Surrounding Yourself with Positivity

जिन लोगों से हम घिरे रहते हैं वे हमारी मानसिकता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं। Surround yourself with positive influences - चाहे वह supportive friends हों, uplifting पुस्तकें हों, या motivational पॉडकास्ट हों। निराशावाद को बढ़ावा देने वाली नकारात्मक खबरों या सोशल मीडिया सामग्री के संपर्क को सीमित करें और इसके बजाय प्रेरणा और प्रोत्साहन के स्रोतों की तलाश करें।

Setting Realistic Goals

सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करना आवश्यक है।. Break down larger goals into smaller, achievable tasks, और रास्ते में प्रत्येक मील के पत्थर का जश्न मनाएं। पूर्णता के बजाय प्रगति पर ध्यान केंद्रित करके, आप अपने उद्देश्यों के प्रति आत्मविश्वास और गति का निर्माण करेंगे।

Practicing Mindfulness and Meditation

दिमाग को शांत करने और आंतरिक शांति विकसित करने के लिए mindfulness और meditation शक्तिशाली उपकरण हैं। गहरी साँस लेने के व्यायाम या निर्देशित ध्यान जैसे सचेतन अभ्यासों के लिए हर दिन समय निर्धारित करें। ये अभ्यास तनाव को कम करने, आत्म-जागरूकता बढ़ाने और अधिक सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।

Seeking Professional Help if Needed

यदि नकारात्मक सोच बनी रहती है और आपके दैनिक जीवन पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है, तो पेशेवर मदद लेने में संकोच न करें। Therapy या counseling गहरे बैठे नकारात्मक विश्वासों और व्यवहारों पर काबू पाने में मूल्यवान सहायता और मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है। याद रखें, मदद मांगना ताकत की निशानी है, कमजोरी की नहीं।

practicing self-awareness, self-compassion, and gratitude, अपने आप को सकारात्मकता से घेरकर, और यदि आवश्यक हो तो पेशेवर मदद मांगकर, हम नकारात्मकता पर काबू पा सकते हैं और अधिक आशावादी मानसिकता अपना सकते हैं। याद रखें, सकारात्मकता विकसित करना एक यात्रा है, मंजिल नहीं-इसलिए रास्ते में अपने प्रति धैर्यवान और सौम्य रहें।


FAQs

Q1-नकारात्मक सोच पर काबू पाने में कितना समय लगता है?

Answer-नकारात्मक सोच पर काबू पाना एक क्रमिक प्रक्रिया है जो प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग-अलग होती है। इसके लिए निरंतर प्रयास और समय के साथ सकारात्मक आदतों का अभ्यास आवश्यक है।

Q2- क्या नकारात्मक सोच किसी मानसिक स्वास्थ्य विकार का संकेत हो सकती है?

Answer- हाँ, लगातार नकारात्मक सोच अवसाद या चिंता जैसे मानसिक स्वास्थ्य विकारों का लक्षण हो सकता है। यदि नकारात्मक सोच दैनिक कामकाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है तो पेशेवर मदद लेना आवश्यक है।

Q3- क्या नकारात्मक सोच के कोई फायदे हैं?

Answer-जबकि नकारात्मक सोच अधिक मात्रा में हानिकारक हो सकती है, यह हमारे जीवन के उन क्षेत्रों के लिए एक संकेत के रूप में भी काम कर सकती है जिन पर ध्यान देने या सुधार की आवश्यकता है। नकारात्मक विचारों को रचनात्मक कार्य के साथ संतुलित करना आवश्यक है।

Q4- नकारात्मक सोच से निपटने में आत्म-जागरूकता क्या भूमिका निभाती है?

Answer- नकारात्मक विचार पैटर्न को पहचानने और उनके ट्रिगर को समझने में आत्म-जागरूकता महत्वपूर्ण है। यह व्यक्तियों को हस्तक्षेप करने और अपने विचारों को अधिक सकारात्मक और रचनात्मक मार्गों की ओर पुनर्निर्देशित करने की अनुमति देता है।

Q5- क्या नकारात्मक सोच संक्रामक हो सकती है?

Answer-हां, नकारात्मक सोच संक्रामक हो सकती है, खासकर करीबी रिश्तों और सामाजिक परिवेश में। अपने आप को सकारात्मक प्रभावों से घेरने से इस प्रभाव का प्रतिकार करने और स्वस्थ मानसिकता को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है।

How to increase mind power:दिमाग पावर बढ़ाने की 4 Exercise

कमजोर दिमाग के 4 Reasons और उसे दिमाग को तेज करने के लिए 4 Exercise-

हमें कई बार किराने की समान की लिस्ट भी याद नहीं रहती है और वहीं कुछ ऐसे Students होते हैं जो की पूरा का पूरा chapter याद कर लेते हैं हमें किसी Problem को Solve करने में मैं कई बार घंटे लग जाते हैं और वहीं कई सारे Students होते हैं जो की मिनट में Solution निकल लेते हैं इनका Focus और Concentration Power इतनी ज्यादा कैसे होती है और इस सवाल का जवाब अगर आप किस पूछते भी हो तो आपको यही सुनने को मिलता है की उसका Mind तेज है  और तुम्हारा Mind कमजोर है दोस्तों ये बात काफी हद तक सही है की आपके दिमाग की कमजोर होने या फिर तेज होने में आपके जेनेटिक्स का रोल भी हो सकता है यानी की अगर आपका दिमाग आपकी मम्मी पर गया है और आपकी मम्मी का दिमाग कमजोर है तो हो सकता है की आपका दिमाग भी कमजोर हो उसी तरीके से अगर आपका दिमाग आपके पापा पर गया है और अगर आपके पापा का दिमाग भी थोड़ा कमजोर है तो हो सकता है की उसी वजह से आपके दिमाग भी कमजोर हो और वहीं दूसरी ओर आपके दिमाग किसी पर भी गया हो और अगर उनका दिमाग तेज हो तो हो सकता है की आपका दिमाग भी तेज हो तो जो हमें मिला है और जैसा भी मिला है उससे हमें पहले Accept करना चाहिए उसके बाद में हमें ये बात समझ लेना चाहिए की हमारी Body को और हमारे Mind को हम Improve कर सकते हैं हमारे Mind की जो Power होती है उससे कोई Imagine भी नहीं कर सकता इंसान का जो दिमाग होता है वो सुपर कंप्यूटर से ज्यादा तेज होता है क्योंकि इंसान के दिमाग में सुपर कंप्यूटर बनाया है ना की सुपर कंप्यूटर ने इंसान के दिमाग को और आप इस बात को मान लो की आप अपने Brain को अपने According तेज और बहुत ज्यादा Sharp कर सकते हो जैसे Body को बनाने के लिए Exercise करनी पड़ती है और कुछ चीजों का कुछ छोड़ना पड़ेगा उसी तरीके से दिमाग को तेज करने के लिए Focus बढ़ाने के लिए Concentration increase करने के लिए आपको कुछ चीजें अपनानी पड़ेगी कुछ Exercise में आपको बताऊंगा और कुछ आदतें छोड़नी पड़ेगी जिसकी वजह से आपका Mind और भी ज्यादा कमजोर हो रहा है और जिन चीजों की वजह से आपको दिमाग कमजोर हो रहा है अगर आप उन चीजों को छोड़ दोगे तो Automatically आपका Mind तेज होने लगेगा हम शुरुआत ही इस चीज से करते हैं की वह कौन सी चीज हैं किसकी वजह से आपका दिमाग और भी ज्यादा कमजोर हो रहा है


किसकी वजह से आपका दिमाग और भी ज्यादा कमजोर हो रहा है-4 Reason

इसका नंबर One Reason Short Video वो चाहे Instagram भी हो या फिर You-tube short video देख देख कर हमारा tension बढ़ जाता है क्योंकि हम उसे जगह पर ऐसी-ऐसी चीज देखते हैं फिर हम सोचते कि हमारी जिंदगी में यह सब क्यों नहीं हो रहा वह सब कुछ दिखावा होता है तो उन सब चीजों से हमें बचना है क्योंकि उन चीजों की वजह से हमारा Concentration power weak  होता है जो था वो 25% तक गिर चुका है और इस वजह से हमारे Brain को आदत हो चुकी है बहुत ही छोटे content को देखने की और इसकी वजह से किसी एक चीज पर लंबे Time के लिए Focus कर पाना बहुत ही मुश्किल हो चुका है इसका एक और बड़ा रीजन है साथ ही दूसरा सबसे बड़ा रीजन यह है कि हमने अपने दिमाग को ऐसे गंदे गंदे वीडियो दिखाकर उसको वह चीज Feel करने के लिए कर दिया है कि जिससे कि हम दूसरी जगह कंसंट्रेशन नहीं कर पाते और दूसरी जगह में इंजॉय नहीं कर पाती तो उन सभी चीजों से हमें दूर रहना है जिससे की हमारे Brain को आदत हो चुकी है की अब अगर हम नॉर्मल चीज भी करेंगे तो उसमें मैं मजा नहीं आएगा और हमारा जो Mind है वो मजे की तरफ भागेगा और इस वजह से भी हमारा फोकस मतलब बहुत ही मुश्किल हो गया गंदे वीडियो इंस्टाग्राम रियल यूट्यूब शॉट ये सारी वो चीज जिसकी वजह से आपकी Concentration power आपका जो अटेंशन स्पैन है वो काफी हद तक कम हो रहा है तो अगर आपने ये चीज छोड़ दी तो ऑटोमेटेकली किसी एक चीज पर लंबाई टाइम के लिए फोकस कर पाना आपके लिए बहुत ही ज्यादा आसान हो जाएगा दूसरा है कुछ ऐसी एक्सरसाइज है जिन्हें करके आप अपने लॉजिकल उनको काफी हद तक तेज कर सकते हो ये सिंपल सी एक्सरसाइज करने के बाद मैं आपका ब्रेन बहुत ज्यादा एक्टिव हो जाएगा आपकी Memory Power आपकी जो Concentration का level है वो काफी हद तक बढ़ जाएगा इन Exercise को आप अपने Free Time में भी कर सकते हो और इन्हें करके आपको बहुत ज्यादा मजा आएगा

कमजोर दिमाग के 4 Reasons और उसे दिमाग को तेज करने के लिए 4 Exercise-


👉दिमाग पावर बढ़ाने की 4 Exercise (4 MIND POWER INCREASING EXERCISE)-

Exercise नंबर 4-Multi Color Text


पहले Exercise का नाम है Multi Color Text इस एक्सरसाइज में आपको स्क्रीन पर अलग-अलग कलर के नाम दिख रहे होंगे अब इन सब में से हम Color को हटा देते हैं अब हर वर्ड पर एक कलर आएगा किसी भी वर्ड पर कोई सा भी कलर हो सकता है Example के लिए 1st letter पर Green कलर भी ए सकता है तो आपको ग्रीन बोलना है ना की Red तो जिस भी Word पर जो भी कलर आएगा आपको उसका नाम लेना है याद रहे जो लिखा है वो नहीं पढ़ना है जो कलर्स show होगा उसका नाम आपको लेना है इससे क्या होगा कि आपकी समझने और Understanding की जो Mind Power है वह बढ़ेगी 


 Exercise नंबर 3-Mind  Focus


इस Exercise में आपको अपनी एक Hand से Circle और दूसरे हाथ से Triangle यानी की त्रिभुज बनाना है और ये दोनों आपको एक साथ करना है अलग-अलग हाथों से आप इसे Try करें इससे आपकी कोशिश नहीं है और आपकी mind  Focus पावर और भी ज्यादा बढ़ जाएगी आपके पास में 10 सेकंड है आप इसे Try कर सकते हैं 



Exercise नंबर 2-Neurons Develop


इस Exercise में आपको अपनी आंखे बंद करके नहाने आंखे बंद करके आप देखो क्या आप सारी चीज ठीक से कर का रहे हो फिर नहीं कर रहे हो जैसे की नल कहां पर है पानी भरना फिर अपने ऊपर डालना ये सारी चीज आप सही से कर का रहे हो फिर नहीं कर का रहे हो ये करने से आपका Mind में नए-नए Neurons Develop होंगे क्योंकि उनके लिए यह पहली बार ऐसा एक्सपीरियंस होगा कि उनको अपने अनुभव के आधार पर वह चीज करनी होगी और यह आपको कहीं बार बहुत सारी समस्याओं से बाहर निकलने में मदद करेगी इसी दिमागी पावर अगर आपको मिल जाती है तो आपके लिए काफी कारगर साबित होगी


Exercise नंबर 1-use your left mind -


यानी की अपने उल्टे हाथ का use करें हमारी Daily Life में कई सारे इसी चीज होती है जिसे हम अपने Left Hand से कर सकते हैं जैसे की ब्रश करना और याद रहे जब आप टूथपेस्ट को ब्रश पर लगाते हो तो वो भी आपको उल्टे हाथ से ही करना है ध्यान रहे टूथपेस्ट नीचे ना गिर जाए अब इसे होगा क्या इससे आपके Brain में नए-नए न्यूरोस डिवेलप होंगे और जो न्यूरोस आपके Mind में Already हैं उन के बीच का जो Connection है वो और भी ज्यादा Strong होगा जिससे की आपका Mind और भी ज्यादा बहुत तेज होगा इससे क्या होगा कि आपकी Life में संतुलन आएगा आप बहुत सारी चीजों में Balance बना पाओगे क्योंकि आपका दिमाग उसी तरीके से फिर सोच पाएगा


आप आप इन चार Exercise को अच्छे से Try कीजिए और फिर अपनी Life में इसका Improvement देखें अगर आपका दिमाग कमजोर है तो आपको उसमें Change देखने में मिलेगा और अगर आपका दिमाग अच्छा है फिर भी आप Success नहीं मिल रही है कहीं ना कहीं आप फिर भी पीछे रहे हो तो आपको भी यह फायदा कर सकता है बहुत सारे साइंटिस्ट है जो कमजोर दिमाग के साथ इस दुनिया में आए पर उन्होंने बाद में ही इतिहास रचा तो इसका मतलब यह नहीं है कि अगर आपका दिमाग कमजोर है तो आप कुछ नहीं कर पाओगे आप वह कुछ वह सब कुछ कर सकते हो जो कोई नहीं कर सकता अपने Mind की Power को बढ़ाने के लिए बहुत सारी एक्सरसाइज है ऐसे तो पर पहले इन Basic Exercise के साथ में आप कोशिश कीजिए और कोशिश कीजिए कि हमेशा Positive रहिए क्योंकि Positivity एक तरीके की आपके लिए एक्सरसाइज का एक काम करेगी वह आपके दिमाग की will Power Increase करेगी

Exam के डर से कैसे सामना करें -Best Teacher Advice

पता है तुम्हारी Problem क्या है तुम पढ़ते तो हो नहीं बस Exam के बारे में overthinking करते रहते हो कि मेरा तो सिलेबस भी complete नहीं है वह मैं क्या करूंगा अब देखो यार मुझे नहीं पता तुम ने पूरे साल पढ़ाई की है या नहीं कि तुम्हारा syllabus complete हुआ या नहीं हुआ लेकिन इस post को पढ़ने के बाद तुम्हारे मन से Exam का डर निकल जाएगा एक बात मैं बता दूं कि वो टाइम है जहां पर टॉपर हो या चाहे Backbenchers जरूर सभी के मन में Exam का डर बहुत ही होता है यह बात जान लो कि तुम ही नहीं जिसे Depression और Anxiety हो रही है तुम्हारे साथ के सभी बच्चों सभी बच्चों के साथ यही हो रहा है टाइम पर यह ओर इस डर की वजह से ना तो तुम अच्छे से पढ़ पा रहे हो और मैं तुम्हारा मन करता है पढ़ाई करने अब ऐसे में तुम्हारे पास दो ही option है या तो तुम Exam के डर अपने अंदर से बाहर निकालकर अपना 100 परसेंट दो तो या फिर रोते रहो है कि तुम कौन सा option चूज करते तो अगर तुम पहला option चूज करते हो तो तुम 40% fight अभी जीत चुके और अगर हम सेकंड option चूज करते हुए तो post बिल्कुल भी मत पढ़िए because जो कि तुम आज इस तरह से डरने तो तुम्हारा आगे चलकर पता नहीं क्या हो तो आप देखो तुम्हें करना क्या है Exam के last दिन Decide करते हैं कि कौन एग्जाम में अच्छा इसको करेगा और कौन Fail हो अच्छा यही होगा कि आप इस सिचुएशन को हैंडल कर लेगा मैं Exam में अच्छा Performance करूंगा कि नहीं यह फालतू की सोच आपको सोचना बंद करना होगा कि भैया मेरा तो Revision नहीं वह मेरा अभी तक chapter complete नहीं हुआ और मैं पढ़ने के लिए बैठा हूं कुछ समझ ही नहीं है यह बहाने बनाना बंद करो यह सोचने के बजाय यह सोचो कि मुझे Exam को फोड़ ना कैसे भाई वह Strategies जी मैं तुम्हें बताऊंगा तो तुम्हें इन लास्ट के दिन और Proper plan बनाना है कि मुझे किस Subject को कितनी देर पढ़ना है वह कितना टाइम और chapter को रिवाइज कर लूंगा एक दिन का plan बना और जब हम उस plan को बना लेते हो plan बना दें फिर लग जाओगे Complete करने के लिए बस अपना पूरा 100 परसेंट दो और अगर तुम ऐसा करती हूं तो believe me तुम जिस दलदल में फंसे हुए हो ना उससे कब बाहर निकल जाओगे तुम्हें पता भी नहीं चलेगा जब तुम्हें से पहले दिन करोगी तो तुम्हें थोड़ा हल्का फील हो के दूसरे दिन थोड़ा और तीसरे दिन से तुम्हारा Confidence बढ़ने लगेगा तो मैं लगने लगेगा कि तुम Exam मैं best दोगे ,

Exam के डर से कैसे सामना करें


 

तो आपको इतना जल्दी हार नहीं मानना है बल्कि आपका कितना ही तैयारी नहीं हो रखा हो एग्जाम के लिए आपको आखरी समय तक positive रहना है और confidence रखना है जो समय बचा है उसका सही यूटिलाइज आपको करना है और इसके लिए मैं आपको एक Motivate करने वाली लाइन बताता हूं जिससे आप में मोटिवेशन आ जाए Exam के प्रति एक जबरदस्त लाइन में बता दो - सफल वह नहीं होते जो पास करते हैं सफल वह नहीं होते जो आज करते हैं सफल व हैं जो प्रयास करते हैं तो प्रयास तो करो यार तुम रिजल्ट जैसा आएगा आने तो हमें तो बस अपने तरफ से 100 परसेंट देना है


Exam के डर पर काबू कैसे पाएं-


अब आपको यह सोचना है कि जो हो चुका है उसको तो हम बदल नहीं सकते यूं तो है नहीं कि हमारे पास जो समय निकल चुका है उसको हम ला सकते हैं तो जो हो चुका है उसको Forget करो और एक नई शुरुआत अभी से कीजिए उसका कल का नाम मत दीजिए और आपके पास जितना भी Time है आपके पास क्या-क्या सुविधा है वह दीजिए आपके पास में उसे Exam को Fight करने हैं पास करने के लिए क्या-क्या चीज क्य Sources का में कैसे यूटिलाइज कर सकता हूं अगर आप उन चीजों का अच्छे से यूटिलाइज कर पाओगे तो आप कहीं ना कहीं मान लो अगर आप एग्जाम पास भी नहीं कर पाओगे तो एक अच्छी फाइट तो लड़ पाओगे और Next time उसको आप अच्छे से दे पाओगे मतलब जज्बा आ जाएगा उस फाइट करने के लिए तो Exam से अगर ऐसे डरोगे तो कैसे काम चलेगा भाई ऐसे तो जिंदगी में हर जगह हर मोड़ पर आपको एग्जाम देने हैं तो आपके छोटे-छोटे प्लान बनाने में बड़े प्लान नहीं बनाने की अगर बड़े प्लान Success नहीं होते तो हमें कॉन्फिडेंस नहीं आता तो Micro-level पर छोटे-छोटे plan बनाय कुछ छोटे-छोटे Plan अगर Complete होंगे तो वह अपने आप आगे मिलकर एक बड़ा Plan के रूप में Success होगा और यह यही Strategies आगे आपको आगे भी काम आएगी तो आज से ही दिमाग में यह बात डाल लीजिए कि हो कितने भी Exam में नहीं डरूंगा मैं लडूंगा अपनी आखिरी  तक


Exam के डर पर काबू पाने के लिए आपको मैं एक Bonus tips भी दे देता हूं आप अपने Mind को Strong बनाया और इस strong बनाने के लिए आप एक काम कर सकते हो आप रोज exercise meditation योग कीजिए जिससे कि आपकी Body health पर भी अच्छा असर पड़े तरीके से ऐसा असर पड़े कि आप किसी भी प्रकार के Depression से लड़ सकें किसी भी प्रकार की stress से लड़ सके और किसी भी प्रकार की negativity से आप लड़ सकें इसका आपको एक यह भी फायदा होगा कि आप जब Exam में paper दे रहे होंगे तब आपके ऊपर जो mental pressure होता है उसको भी आप अच्छे से handle कर पाओगे और साथ ही साथ आप एग्जाम की जब तैयारी करो तो ऐसा environment रखो कि आपके आसपास positivity रहे और अच्छे लोग रहे जो आपको हमेशा motivate करते रहे confidence देते रहे ,हमेशा यह बहुत याद रखिए की एक अच्छा मित्र भी आपको उसे सफलता तक पहुंचा सकता है जीस सफलता के आप सपने देख सकते हो इसलिए एक अच्छा मित्र जो आपकी पढ़ाई में Help करें ना कि आपको Distract  करने में मदद करें

 

बार-बार Fail और असफल हो रहा हूं क्या करूं-?

जिंदगी में बार-बार फेल और असफलता का स्वाद चकना पड़ रहा है जिंदगी में समझ नहीं आ रहा आगे क्या करूं- 

कभी-कभी  बड़ी विपरीत परिस्थितियां Student के जीवन में आ जाती है  सबके जीवन में आती

है कि खुद अनुभव होता है पढ़ाई में मन नहीं लग रहा तो फिर क्या होगा की असफलता अपने

आप हमें आकर्षित करते है न तन साथ दे रहा है बाहर हम जिसको मित्र बनाना चाहते कि कम

से कम वह हमें सपोर्ट कर दे वह हमें और गिराने की बात कर रहा है क्या करें बिल्कुल असहाय

असमर्थ ऐसी स्थिति आती हजारों बार जीवन में आती यह अपने जीवन की बात करें हजारों बार

एकदम अंधेरा अंदर से अंधकार छाया हुआ है भयंकर उन्माद तब कहां जाऊं किसके पास जाओ

कोई support नहीं कोई पढ़ाई में रुचि नहीं अंदर से चिंतन चल रहा है ऐसी स्थिति अंदर

अंधकार छा गया के अंदर अंधा मतलब ऐसा लगी नहीं रहा कि हम पढ़ाई करते हैं कोई पढ़ाई में रुचि नहीं

बार-बार Fail और  pass hone ki trick असफल हो रहा हूं topper kese bne क्या करूं  सफल होने के लिए क्या करें बार-बार असफलता हो तो क्या करें


क्योंकि बचपन से अपने करीयर का सपना देखा था की कोशिश भी की लेकिन किसी कारणवश

कोई ऐसा रीजन पड़ गया कि वह इसको हासिल नहीं कर पाए कि वह चैप्टर जीवन से समाप्त को

है इसका उन्हें बहुत दुख है टाइम भी दिया बर्बाद वो टाइम है इसके बाद उन्होंने कुछ और करने

का सोचा पहले ही दिमाग परेशान था एडजेस्ट नहीं था यह पूछें भी टाइम लगता है लेकिन उसको

भी नहीं करता है अ कई साल निकल गए अभी तक कुछ भी नहीं कर पाए सपना भी टूट गया

गया मैं अभी लाइफ में एक ऐसे प्वाइंट पर खड़े हैं ना कुछ नहीं पता मुझे क्या करना है क्या नहीं

करना दिमाग में कोई हल नहीं आ रहा बस लाइफ से बंद करके है दुखी हो गया दोस्तों अक्सर

ऐसा खयाल मेरे पास आता है है क्योंकि अक्सर लोग बहुत बड़े-बड़े सपने जो बचपन से देखते हुए

नहीं पूरे हो पाते हैं है और उन सपनों इतना बड़ा इंपैक्ट हूं ताकि वह इंसान अगले कुछ साल तक

भी कुछ नहीं कर पाता कई लोग ऐसे होते हैं या कुछ कर दें उसमें मन नहीं लगता बहुत साल

निकल जाते हैं उनको ऐसा लगता मैं एक failure हूं लोग आगे बढ़ गए मेरे पास कुछ नहीं है

मैं कुछ नहीं कर सकता लाइफ समाप्त हो गई है



तो दोस्तों अगर आपको भी ऐसा लगता है को सबसे पहले अपने दिमाग में यह मान लो आज से

पहले का जितना भी जीवन था 20 साल 25 साल 30 साल 35 साल 40 साल तक है जितना भी

आज से पहले का जीवन था वह मर चुका है खत्म हो चुका है मैं आज सुबह से आपको एक नया

जीवन मिला है चकित नहीं साल जनता 25 साल दिनों 30 साल जिनकों वह भी पर्याप्त जीवन है है

जितना उस जीवन के बारे में सोचोंगे उस से कनेक्टेड रहोगे आगे कुछ नहीं कर पाओगे ऐसा

लगेगा कि maximum टाइम west कर दिया minimum टाइम बचा हुआ है नए टाइम को नए

सिरे से देखने जीवन की तरह से देखो एक फ्रेश स्टार्ट करो आज ही नया जीवन मिला मैं बहुत

कुछ कर सकता हूं अभी भी मैं पास अपॉर्चुनिटी है मेरा शरीर खत्म नहीं हुआ है खराब नहीं हुआ

है शरीर चल रहा है दिमाग चल रहा है कि पिछले वक्त में कुछ तो सीखा है जीरो तो नहीं हूं कि

जीवन को एक नए सिरे से आपसे दोबारा चालू करना है बड़े से बड़ा सपना आपकी लाइफ से

ऊपर नहीं है यह लाइफ मिली है इस confidence के साथ उसको अच्छे से जीना है जो पिछली

असफलता है उनके बारे में बार-बार think करने से आप कुछ नहीं होगा इस लाइफ को आप

कॉन्फिडेंस के साथ जिए और जितनी भी आपको असफलताएं failure मिले हैं उनके बारे में

आप कुछ सीखे कि वह आपको क्यों मिले हैं और उन्हें कमियो को दूर करते हुए आगे की तरफ

बढ़िया यूं तो है नहीं कि आप जीरो से स्टार्ट कर रहे हो आपके पास कुछ Experience कुछ

अनुभव तो है कि आप उन असफलताओं से सीख  forward-looking बन जाओ यहां तो मैं

बात कर रहा हूं आपकी उम्र साठ साल भी है हैं तो भी आप एक नई शुरुआत कर सकते हो

आपके पास एक्टिव लाइफ बची हुई है और बहुत लोगों ने की भी है है जबकि ज्यादातर लोग हुई

question पूछते हैं वह 25 से 30 से 35 साल के होते हैं कि आपके पास तो भी बहुत जीवन

पड़ा है बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जो आप कर सकते हो बहुत सारे option आपके पास है उनको

यह evaluate करो थोड़ा और टाइम दो ढंग से evaluate करो रिसर्च करो और उसके बाद

सिलेक्शन करो कि अब मुझे क्या करना है कि नौकरी है बिजनेस है जो भी है कि सोच-समझकर

सिलेक्शन करो और आप उस रहा पर आपने आगे बढ़ना है सच्चे मन से खुले दिल से आगे बढ़ना

है और आपका एक ही Target है कि आपने खुशियों को पाना है हैं और अपने कर्म करते जाना

है यही लाइफ है हैं और दोस्तों  हमेशा ही सोचना कि आप अकेले नहीं है इस दुनिया में करोड़

लोग ऐसे हैं जो आपके जितना भी आपसे ज्यादा दुख भोग रहे हैं आपकी 30 साल की उम्र है तो

लोग साथ में भी सिचुएशन को फेस करते हैं 50 साल में भी पेश करते हैं मैंने खुद देखा है इस

करते हुए हमेशा यह सोचो आपके पास क्या बचा है आप क्या-क्या कर सकते हो वह भी एक

अपॉर्चुनिटी है बहुत बड़ी चीज है और दोस्तों एक बात और करूंगा अ कि हर कहानी अलग है हर जीवन अलग है

भी हो सकता है आपकी कहानी में कुछ और लिखा हो वह चीज ना लिखे वह इसलिए periods


के थ्रू आपको गाइड किया जा रहा है कि आपकी किस्मत आपका फिर आपकी लाइफ आपको उस


जगह से हटाकर  उस जगह पर लेकर जा रही है जहां आपको जाना है जो आपकी कहानी को


कंप्लीट करेगा interesting बनाएगा unique बनाएगा स्पेशल बनाएगा आ है कई बार बहुत


मेहनत करने से सफलता नहीं मिल पाती है कि किसी इंसान ने सालों साल मेहनत करी पेपर से


बिलकुल खराब हो गया ऐक्सिडेंट हो कर दो मैं जब भी ऐसी कोई चीज हो जाए हमेशा यह सोचो


कि यह चीज मेरी लाइफ में लिखी ही नहीं थी इसलिए नहीं हुई है मेरी गलती है और अपने 12th


Fail फिल्म तो देखी होगी उसमें एक कविता है जिसको आप अपनी जिंदगी में उतार सकते हो


वह इस प्रकार से है-हार नहीं मानूंगा, रार नई ठानूंगा, काल के कपाल पर लिखता मिटाता


हूं- गीत नया गाता हूं